मुजफ्फरपुर । जिले के होलसेल दुकानदारों ने 20 जुलाई से किसी भी कंपनी की दवा नहीं खरीदने का निर्णय लिया है। इस बारे में हुई केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की बैठक में सभी थोक दवा विक्रेता शामिल हुए। विक्रेताओं ने फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के विरोध में दवा नहीं खरीदने का निर्णय लिया। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष ने बैठक में बताया कि राज्य में करीब 40 हजार खुदरा दवा दुकानें हैं, जबकि 5-6 हजार फार्मासिस्ट हैं। सरकार फार्मासिस्ट को रखने के लिए कह रही है, लेकिन जरूरत अनुसार फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार आवश्यकतानुसार फार्मासिस्ट उपलब्ध कराए तो दुकानदारों को उन्हें रखने में समस्या नहीं है। उन्होंने बताया कि आंदोलन के इसी दूसरे चरण में 16 अगस्त से खुदरा विक्रेता भी दवा खरीदना बंद करेंगे। फिर भी नियम में बदलाव नहीं हुआ तो एक सितंबर से सभी दवा दुकानदार हड़ताल पर जाएंगे। बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष रंजन साहू, सचिव संजीव चौधरी, कोषाध्यक्ष नवर ढंढारिया, संगठन सचिव सुनील कुमार, बीसीडीए नार्थ के संयुक्त सचिव दिलीप जालान, पूर्व उपाध्यक्ष अनिल सिंह, संजय चौधरी, सुधीर सिंह, नीरज सिंह व जिले के थोक दवा विक्रेता थे।