नई दिल्ली : दवा कंपनी माइक्रो लैब्स ने डॉक्टर्स को 1,000 करोड़ रुपये के उपहार देने संबंधी आरोपों को निराधार बताया है। यह उपहार बुखार और शरीर के दर्द की रोकथाम में इस्तेमाल होने वाली अपनी दवा डोलो 650 को बढ़ावा देने के लिए दिए जाने की बात सामने आई थी।
माइक्रो लैब्स के प्रवक्ता ने कहा कि मीडिया में कुछ ऐसी खबरें आई हैं, जिसमें बताया गया है कि ‘डोलो 650’ को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने एक साल में 1,000 करोड़ रुपये के मुफ्त उपहार वितरित किए हैं। यह आरोप निराधार है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह दावा पूरी तरह से भ्रामक है और इससे माइक्रो लैब्स, दवा उद्योग और डॉक्टर्स की प्रतिष्ठा को काफी ठेस पहुंच रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि चिकित्सकों ने यह दवा इसकी गुणवत्ता, बुखार से जल्द राहत और तीन दशक से भी अधिक समय में बनाए गए भरोसे के आधार पर लिखी है।
डोलो 650 की सालाना बिक्री 360 करोड़ रुपये रही है, जो कंपनी की कुल बिक्री का करीब आठ प्रतिशत है।
एक गैर सरकारी संगठन ने 18 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने बेंगलुरु की दवा कंपनी पर चिकित्सकों को 1,000 करोड़ रुपये के उपहार देने के आरोप लगाए हैं, जिससे कि वे मरीजों को परामर्श में यह दवा लिखें।