बदायूं। आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग दवाओं की समस्याओं से दो-चार होने वाला है। इसका कारण यूपीएमएससी (उत्तर प्रदेश मेडिसिन सप्लाई कारपोरेट) ने दवाओं की सप्लाई से फिलहाल इनकार कर दिया है। अब यूपीएमएससी ने अगले माह दिसंबर में दवाओं की सप्लाई की बात कही है। जबकि इससे पहले यूपीएमएससी ने अक्टूबर तक दवाओं का स्टाक रखने की बात कही थी। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में दवाओं का स्टाक खत्म होने के कगार पर है। नवंबर के अंतिम सप्ताह तक दवाएं खत्म हो जाएंगी और मरीजों को भटकना पड़ेगा। विभाग के अफसर फिलहाल इस गंभीर मसले का कोई हल नहीं निकाल सके हैं।
गौरतलब है कि अस्पतालों में दवा कम होने पर स्थानीय स्तर पर दवाओं की खरीद-फरोख्त को खत्म करते हुए शासन ने यूपीएमएससी का गठन कर दवाओं की आपूर्ति का जिम्मा लिया था। इस संस्था का काम सारे जिलों से आने वाली दवाओं की मांग के अनुसार अपने स्तर से दवाओं की खरीद कराकर उन्हें जिलास्तर तक भिजवाना था। संस्था ने अक्टूबर तक का स्टाक रखने का निर्देश स्वास्थ्य महकमे को दिया था। जबकि इसके बाद दवाओं की सप्लाई अपने स्तर से करने की बात कही थी, लेकिन पिछले दिनों संस्था ने एक बार फिर अपना पत्र जारी करके कहा है कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग दिसंबर तक का स्टाक अपने पास सुरक्षित करे, इसके बाद संस्था द्वारा सप्लाई दी जाएगी।
आने वाले दिनों में दवाएं खत्म हो जाएंगी, जबकि जिला अस्पताल से लेकर जिले के सीएचसी और पीएचसी पर खपत लगातार जारी है। ऐसे में आने वाले दिनों में अचानक इतनी भारी मात्रा में दवा कहां से आएगी, इसको लेकर अफसर अब असमंजस में हैं। वह भी उन हालात में, जब पिछले दिनों बुखार के कारण दवाओं का एक बड़ा स्टाक बुखार प्रभावित इलाकों में वितरित किया जा चुका है। इस संबंध में प्रभारी सीएमओ डॉ. मंजीत का कहना है कि वेब पोर्टल से भी दवाओं की खरीद जारी है। वहां डिमांड भेजी जा रही है। यह सही है कि यूपीएमएससी ने फिलहाल दवाएं देने से इनकार किया है लेकिन मरीजों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।