बबुरी। स्थानीय पुलिस और स्वाट की टीम ने लेवा तिराहा के पास चेकिंग के दौरान डीसीएम पर लदे आलू के बोरे में छिपाकर ले जाई जा रही प्रतिबंधित दवाओं की खेप बरामद की। प्रतिबंधित दवा नशे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बिहार ले जाई जा रही है। दवाओं के साथ पुलिस ने तस्करी के आरोप में तीन को गिरफ्तार किया है। बरामद दवाइयों की कीमत 16.50 लाख रुपये बताई गई है। रविवार को बबुरी थाने पर इसका खुलासा एडीशनल एसपी अनिल कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान किया।

बताया कि शनिवार की रात पौने तीन बजे लेवा तिराहा पर बबुरी पुलिस और स्वाट की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी बीच एक डीसीएम ट्रक आता दिखा। उसे रोक कर जांच की गई तो उसमें आलू के बोरे लदे मिले। शक होने पर बोरे को खोल कर देखा तो उसमें प्रतिबंधित फेंसीडील (सौ एमएल) की शीशियां भरी थी। इस पर ट्रक को थाने लाया गया और जांच की गई। जांच में 32 बोरों में 95 पेटी में कुल 9500 शीशियां बरामद हुई। दवा लेकर जा रहे तीन लोगों को पकड़ कर पूछताछ गई तो तीनों ने अपना नाम क्रमश: विशाल कुशवाहा (ट्रक चालक),अतिन कुमार और श्यामजी कुशवाहा निवासी निजामपुर थाना बिलग्राम हरदोई बताया।

पूछताछ में तीनों ने बताया कि वाराणसी के पंडितपुर में एक फ्लाईओवर के नीचे पिकअप वाहन से राजन सिंह नाम के एक व्यक्ति ने लाकर दवाइयां दी थी। इसे मैने बोरी में छिपा लिया। राजन ने बताया कि दो तीन घंटे में बिहार सीमा में प्रवेश करने के बाद दवा कहां उतारनी है यह फोन से तुम्हे बताया जाएगा। बताया कि बरामद माल की कीमत 16.50 लाख रुपये है। बरामदगी टीम में स्वाट टीम के प्रभारी निरीक्षक बृजेशचंद तिवारी, सत्येन्द्र कुमार यादव, बबुरी थानाध्यक्ष सत्येन्द्र विक्रम, एसआई अमित कुमार, कांस्टेबल आनंद सिंह, अमित याद, प्रमोद सिंह, अमित कुमार सिंह, अमित यादव ओर गौरव राय शामिल हैं।