नई दिल्ली : कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी बूस्टर डोज एंटीबॉडी के स्तर को सफलतापूर्वक बढ़ाने में सक्षम है, जो कि ओमिक्रॉन वैरिेएंट को बेअसर कर देता है. य़ह शोध लैंसेट में प्रकाशित हुआ है.
शोधकतार्ओं ने पाया कि जिन लोगों ने ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन या फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन की केवल दो खुराक प्राप्त की हैं, उनमें उत्पन्न एंटीबॉडी अल्फा और डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट को बेअसर करने में कम प्रभावी हैं.
उन्होंने यह भी पाया कि दूसरी खुराक के बाद पहले तीन महीनों में एंटीबॉडी का स्तर गिर गया, लेकिन तीसरी बूस्टर खुराक ने एंटीबॉडी के स्तर को बढ़ा दिया, जिसने ओमिक्रॉन वैरिएंट को प्रभावी ढंग से बेअसर कर दिया.
जिन लोगों ने तीनों खुराकों के लिए फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन प्राप्त की थी, उनमें तीसरी खुराक के बाद ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी का स्तर उन लोगों के समान था, जो पहले केवल दो खुराक के बाद डेल्टा के संपर्क में आए थे.
कुल मिलाकर, एंटीबॉडी का स्तर दो के बाद की तुलना में तीन खुराक के बाद ओमिक्रॉन के खिलाफ लगभग 2.5 गुना अधिक था.