गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)। अस्पताल में लगे फर्जी डाक्टर से एमबीबीएस की 21 डिग्री बरामद हुई हैं। आरोपी फर्जी डाक्टर अस्पताल में संविदा पर तैनात है। आरोपी ने डी फार्मा की भी 9 फर्जी डिग्रियां बनवा रखी हैं। इसके पास यूनानी, होम्योपैथ और आयुर्वेदिक डॉक्टर की योग्यता वाली भी कई डिग्रियां बनवाई हैं। फिलहाल पुलिस ने आरोपी डॉक्टर और उसके साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए इन्हें अरेस्ट कर लिया है।
फर्जी मिली डिग्री
आरोपी के पास से बरामद दो डिग्रियां लखनऊ और शिकोहाबाद स्थित यूनिवर्सिटी की मिली हैं। पुलिस ने इन यूनिवर्सिटी में जाकर जांच कराई और यह चारो डिग्री फर्जी पाई गई। इस खुलासे के बाद पुलिस ने इन दोनों के पास से बरामद बाकी 17 डिग्रियों की जांच शुरू कर दी हैं। यह डिग्रियां पंजाब, छत्तीसगढ़, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, कर्नाटक, शिकोहाबाद, राजस्थान की यूनिवर्सिटियों की हैं। इन सभी यूनिवर्सिटियों में जांच के लिए पुलिस टीमों को भेजा गया है।
यह है मामला
बीते दिनों शिकायत मिली थी कि गोरखपुर के खोराबार पीएचसी पर संविदा पर तैनात डॉक्टर राजेंद्र कुमार के पास एमबीबीएस की फर्जी डिग्री है। इस सूचना पर एम्स क्षेत्र के आवास विकास कालोनी में रहने वाले इस डॉक्टर और उसके साथी की जांच खलीलाबाद कोतवाली थाना पुलिस ने कराई। पुलिस ने डॉ. राजेंद्र और उसके साथी सुशील चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरेापियों के पास से एमबीबीएस की 21 और डी फार्मा की 9 डिग्रियां बरामद की।
जांच में पता चला कि डॉ. राजेंद्र कुमार ने भी खुद के लिए राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस कर्नाटक यूनिवर्सिटी के नाम से एमबीबीएस की डिग्री बनवाई थी। इस यूनिवर्सिटी के नाम से डॉक्टर के पास तीन डिग्रियां मिली हैं। इनके पास से लखनऊ की आयुर्वेदिक तथा यूनानी-तिब्बती चिकित्सा पद्धति बोर्ड की दो, उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल की एक डिग्री मिली है।