झज्जर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 25 हजार रुपये में लिंग जांच कराने के आरोप में रंगे-हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी डा. दीपक दहिया के कब्जे से 15 हजार रुपये बरामद कर लिए गए हैं। शेष 10 हजार रुपये के बारे में जांच की जा रही है। बताया गया कि आरोपी चिकित्सक ने निजी अस्पताल की एक महिला चिकित्सक के नाम से नकली हस्ताक्षर करते हुए अल्ट्रासांउड केंद्र के लिए स्लिप तैयार की थी। पूछताछ में महिला चिकित्सक ने बताया कि वह कई दिनों से अस्पताल में नहीं आई और ना ही उसका इस मामले से कोई लेना-देना है।
जानकारी अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल डा. ममता सोनी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर नकली महिला ग्राहक के जरिए दलाल से संपर्क किया गया। 25 हजार रुपये में सौदा तय हो जाने के बाद कुछ अतिरिक्त रुपये भी साथ में लेने के लिए ग्राहक को कहा गया। दिन के समय में दलाल से हुई बात के बाद महिला ग्राहक निजी अस्पताल में पहुंची। जहां से महिला चिकित्सक द्वारा तैयार की गई एक पर्ची के आधार पर अन्य अल्ट्रासांउड केंद्र से चेक कराने के लिए डा. दीपक दहिया ने कहा। अल्ट्रासांउड केंद्र से चैक-अप कराने के लिए महिला ग्राहक ने 700 रुपये फीस भी दी। इधर, चेक-अप कराने के बाद ग्राहक को कुछ घंटे इंतजार करने के लिए कहा गया था। बाद में फोन पर सूचित करते हुए यहां बताया गया कि रिपोर्ट नेगेटिव है। करीब पांच माह की गर्भवती होने के कारण गर्भपात नहीं हो पाएगा। चूंकि, उसमें रिस्क ज्यादा है। ऐसा हो जाने के बाद सिविल सर्जन डा. आरएस पूनिया के दिशा निर्देशानुसार चिकित्सकों की टीम में शामिल डा. अचल त्रिपाठी, डिप्टी सीएमओ डा. रणबीर सिंह अस्पताल में पुलिस की टीम के साथ पहुंचे। जहां से उन्होंने दीपक दहिया के कब्जे से 15 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं।