कोझिकोड (केरल)। भ्रामक विज्ञापन करने पर दिव्य फार्मेसी के खिलाफ अब तक केरल की अदालतों में 26 केस दर्ज हो चुके हैं। गौरतलब है कि दिव्य फार्मेसी योग चिकित्सक बाबा रामदेव, उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण और उनकी आयुर्वेदिक दवा निर्माण कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की विपणन शाखा है। फार्मेसी के खिलाफ अब तक केरल की अदालतों में 26 विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किए जा चुके हैं। भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा दायर एक मामले में केरल राज्य औषधि नियंत्रक (प्रभारी) के. सुजीत कुमार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत हलफनामे में यह खुलासा हुआ।
हलफनामे में बताया गया है कि इनमें से छह मामले कक्कनाड, एर्नाकुलम में, पांच-पांच कोझिकोड और तिरुवनंतपुरम में, तीन पलक्कड़ में, दो-दो कोल्लम, कोट्टायम और त्रिशूर में और एक इडुक्की के कट्टप्पना में हैं। कहा गया है कि भ्रामक विज्ञापन देने वाले अखबारों की ओर से सहयोग की कमी के चलते पांच और मामले दर्ज करवाने में देरी हुई है।
राज्य औषधि नियंत्रक ने बताया कि वर्ष 2016 से विभाग द्वारा अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित 116 मामले विभिन्न फर्मों के खिलाफ शुरू किए गए। इनमें से 32 मामलों में आरोपियों को दोषी ठहराया गया और शेष मामले कानूनी कार्यवाही के विभिन्न चरणों में हैं।
बता दें कि पलक्कड़ अदालत ने हाल ही में बाबा रामदेव और अन्य के खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, क्योंकि वे उसके समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। उन्होंने कोर्ट में एक याचिका दायर कर वारंट वापस लेने का अनुरोध किया। बााब रामदेव ने व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट के लिए कोर्ट में एक और अपील दायर की है।