नई दिल्ली। दवा नियामक सीडीएससीओ ने दिल्ली समेत देश के आठ राज्यों के 30 शहरों में छापेमारी कर करोड़ों रुपए के घटिया कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स जब्त किए हैं। इनमें स्टेम सेल से तैयार क्रीम समेत कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हैं। वहीं, कुछ ऐसे विदेशी प्रोडक्ट्स भी मिले हैं, जिन्हें लाने के लिए इम्पोर्ट लाइसेंस भी नहीं लिया गया।
 ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉ.एस. ईश्वर रेड्डी ने बताया कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) की 150 सदस्यीय टीम ने देशभर में संदिग्ध कॉस्मेटिक्स निर्माताओं की मेन्युफैक्चरिंग यूनिटों में छापेमारी शुरू की थी।  दो दिन में अब तक दो करोड़ रुपए से ज्यादा के कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स जब्त किए जा चुके हैं। इनमें ओरल ग्लटेथिओन, बोट्यूलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन, कोलेजन पाइर्यूवेट, हेयर सीरम, एंटी हेयर लॉस सॉल्यूशन, स्किन पील सहित सैकड़ों प्रोडक्ट शामिल हैं। ओरल ग्लटेथिओन जहां कैंसर के मरीज, मोतियाबिंद, अस्थमा, हृदय रोगी इस्तेमाल करते हैं, वहीं, बोट्यूलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन मांसपेशियों के संकुचन को दूर करने, पसीना ज्यादा आने आदि परेशानियों में इस्तेमाल होता है। जबकि, कोलेजन पाइर्यूवेट प्रोटीन की कमी को दूर करने में इस्तेमाल होता है। रेड्डी ने कहा कि सीडीएससीओ को कॉस्मेटिक्स में निर्माताओं द्वारा प्रतिबंधित तत्व इस्तेमाल करने के बारे में सूचना मिली थी। पड़ताल के बाद सीडीएससीओ ने छापेमारी की है। कई लाइसेंस लिए बिना कॉस्मेटिक्स बनाकर बेच रहे थे। इनके निर्माण में सेहत से जुड़े मापदंडों का पालन नहीं हो रहा था। देश में कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स का बाजार सालाना करीब 15 हजार करोड़ रुपए का है।