मुंबई। मुंबई क्राइम ब्रांच ने छापेमारी कर 6 झोलाछाप डॉक्टरों की गिरफ्तार किया है। ये पांच साल से अधिक समय से अवैध क्लीनिक चलाकर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे थे। हैरानी वाली बात ये है कि पकड़े गए नीम-हकीमों के पास बेसिक स्कूली शिक्षा भी नहीं है और इनमें से कुछ तो सिर्फ पांचवीं पास मिले हैं। गिरफ्तार किए हकीमों के ज्यादातर क्लीनिक घनी आबादी वाले गोवंडी इलाके में मिले हंै। ये हकीम चिकित्सकीय सलाह के अलावा कई मरीजों की सर्जरी तक कर चुके हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम मरीज बनकर क्लिनिक में जानकारी जुटाने पहुंची थी जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टरों का भंडाफोड़ हुआ। जांच में पाया गया कि ये सभी हकीम बगैर किसी मेडिकल शिक्षा और सर्टिफिकेट के इलाके में क्लीनिक चला रहे थे। फर्जी डॉक्टरों की पहचान मुकुल अमर (34) के तौर पर हुई जो सिर्फ 11वीं तक पढ़ा है। इसके अलावा 12वीं तक पढ़ा कमरुद्दीन, पांचवीं पास मकसूद अंसारी, 8वीं पास किस्मत शाह और छठवीं पास तैयब चौधरी को भी इस फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनमें से किसी भी आरोपी के पास प्रैक्टिस के लिए जरूरी दस्तावेज और संबंधित डिग्री नहीं मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग किसी क्लीनिक में वार्ड ब्वॉय और सहायक के तौर पर काम करने के काबिल भी नहीं हैं। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर शिवाजी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।