धनबाद। पीएमसीएच में बीते साल पांच करोड़ की दवा और उपकरणों की खरीद में गड़बड़ी की विभागीय जांच शुरू हो गई है। मुख्यालय को यह शिकायत मिली थी कि खरीदारी में अनियमितता बरती गई है। बाजार से ज्यादा कीमत पर खरीदारी की गई है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से एक उच्चस्तरीय टीम जांच के लिए पहुंची। जांच टीम ने पीएमसीएच में खरीदारी से संबंधित कई दस्तावेज जब्त किए। जांच अधिकारियों के अनुसार तीन दिन दस्तावेजों की जांच की जाएगी। यदि इसमें वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पीएमसीएच में पिछले साल 2017 में औषधि और एनेस्थीसिया विभाग के लिए लगभग चार से पांच करोड़ के उपकरणों और दवा की खरीदारी की गई थी। इसमें डायलिसिस मशीन और मॉनीटर के साथ कई अन्य सामान शामिल थे। इसके टेंडर के समय भी विवाद हुआ था और एक बार टेंडर रद्द कर दिया गया था। बाद में फिर टेंडर निकालकर खरीदारी की गई। इसको लेकर मुख्यालय में कुछ लोगों ने शिकायत करते हुए बताया कि खरीदारी में अनियमितता बरती गई है। बाजार दर से काफी ज्यादा कीमत पर खरीदारी की गई है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. बीएन खन्ना और उप सचिव शशांक अखौरी के नेतृत्व में एक टीम जांच के लिए पहुंची। टीम ने खरीदारी से जुड़े दस्तावेजों को जब्त कर लिया। इसके बाद टीम रांची लौट गई। टीम से जुड़े अधिकारियों के अनुसार दस्तावेजों की तीन दिन छानबीन की जाएगी। इसके बाद यदि खरीदारी में गड़बड़ी की पुष्टि हुई तो मामले को जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को भी सौंपा जा सकता है। पीएमसीएच में वर्षों पहले खरीदी गई सीटी स्कैन मशीन की जांच में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है। इसकी जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा की जा रही है। मशीन की खरीदारी करीब दो करोड़ रुपये में की गई थी। इसमें तब के कई अधिकारियों की भूमिका की एसीबी द्वारा जांच की जा रही है।