रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) द्वारा करीब 586.6 करोड़ रुपये की दवा खरीदी में भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए भाजपा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। संक्रमणकाल में सीजीएमएससी द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं और चिकित्सा शिक्षा की मांग के अनुसार कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार में उपयोग होने वाली दवाओं, किट व अन्य सामाग्री की लगभग 497 करोड़ रुपये की दवा खरीदी निविदा कर क्रय करते हुए निगम के अधिनस्थ दवा गोदामों के माध्यम से विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को आपूर्ति की गई है।
इसमें वर्ष 2017-18 में लगभग 131.5 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में लगभग 121.25 करोड़ रुपये, वर्ष 2019-20 में लगभग 150.6 करोड़ रुपये एवं वर्ष 2020-21 में 586.6 करोड़ रुपये की दवा खरीद शामिल है। बता दें कि भाजपा सूचना के अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी जयराम कुमार दुबे ने प्रदेश संयोजक डा. विजय शंकर मिश्रा द्वारा लिखे पत्र के माध्यम से बताया कि सीजीएमएससी लिमिटेड द्वारा विगत वित्तीय वर्ष 2020-21 में 833 प्रकार की लगभग 586.6 करोड़ रुपये की दवाएं और चिकित्सकीय सामाग्री की खरीदी की गई है।
डा. विजय ने बताया कि सूचना का अधिकार के तहत मांगी जानकारी के बाद भी विभाग गोल-मोल जवाब देते हुए मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। विभाग राज्य स्तरीय क्रय समिति के अध्यक्ष, नोडल एजेंसी स्पष्ट नहीं है। राज्य स्तरीय क्रय समिति के गठन व आवश्यक मापदंड की भी नहीं दी गई है। इससे पूरी प्रक्रिया दोषपूर्ण व करोड़ों रुपये के अनियमितता की आशंका है। ऐसे में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है।