नई दिल्ली : दिल्ली में 6836 आईसीयू बेड्स की क्षमता वाले 7 सेमी-परमानेंट हॉस्पिटल तैयार करवाए जा रहे हैं। कोरोना जैसी महामारियों के साथ-साथ क्रिटिकल केसों से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार सरकार 6836 आईसीयू बेड्स की क्षमता वाले यह 7 सेमी-परमानेंट अस्पताल तैयार कर रही है।

इस प्रोजेक्ट के तहत शालीमार बाग में 1430 बेड्स की क्षमता वाला 4 मंजिला अस्पताल, किराड़ी में 458 बेड्स की क्षमता वाले 5 मंजिला अस्पताल, सुल्तानपुरी में 527 बेड्स की क्षमता वाले 4 मंजिला अस्पताल, जीटीबी काम्प्लेक्स में 1912 बेड्स की क्षमता वाले 5 मंजिला अस्पताल, गीता कॉलोनी में चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में 596 बेड्स की क्षमता वाले 5 मंजिला अस्पताल, सरिता विहार में 336 बेड्स की क्षमता वाले 5 मंजिला अस्पताल व रघुवीर नगर में 1577 बेड्स की क्षमता वाले 4 मंजिला अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है।

इन परियोजनाओं से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इन सभी जगहों पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और जल्द ही ये सभी आईसीयू अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे।

इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी द्वारा स्वीकृत पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाले नए अस्पतालों के निर्माण के विभिन्न प्रोजेक्ट्स के प्रगति की समीक्षा की।

सरकार द्वारा ज्वालापुरी, मादीपुर व हस्तसाल(विकासपुरी) में प्रत्येक में 691 बेड्स की क्षमता वाले 10 मंजिला अस्पताल बना रही है। ज्वालापुरी व मादीपुर में बन रहे अस्पतालों का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है व हस्तसाल में भी अस्पताल बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इन तीनों अस्पतालों का निर्माण कार्य 2023 तक पूरा हो जाएगा, इन सभी अस्पतालों में भी 2 मंजिला बेसमेंट भी है।

इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी निर्माण कार्यों को समय रहते पूरा किया जाए तथा यहां क्वालिटी के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए।