दरभंगा (बिहार)। स्वास्थ्य विभाग पटना की टीम 16 अगस्त को डीएमसीएच में दवाओं की जांच करेगी। इसकी सूचना से डीएमसीएच में हडक़ंप मच गया है। बता दें कि डीएमसीएच में दवाओं के रखरखाव को लेकर नगर विधायक संजय सरवागी विधानसभा के बीते सत्र में मामले को उठा चुके हैं। विधायक ने आरोप लगाया था कि डीएमसीएच में करोड़ों की दवाओं की खरीद होती है, लेकिन यहां दवाओं के रख-रखाव में काफी लापरवाही बरती जा रही है। इसमें अन्य के साथ जीवन रक्षक दवाएं भी शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने इसे गंभीरता से लेते हुए टीम गठित कर डीएमसीएच में दवाओं के रखरखाव की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश जारी किया था। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने दो सदस्यीय जांच टीम गठित की है।
गौरतलब है कि दवाओं के रखरखाव में लापरवाही को लेकर यहां से दवाओं की चोरी और निजी नर्सिंग होम में दवाओं की सप्लाई की शिकायत की जा चुकी है। दवा चोरी की शिकायत भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने डीएमसीएच के अधीक्षक के समक्ष दर्ज कराई थी। करीब दो साल पहले जयनगर स्टेशन से डीएमसीएच की दवाओं के साथ दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। दोनों ने पुलिस के सामने डीएमसीएच की दवा की पुष्टि की थी। गिरफ्तार दोनों ने स्वीकार किया था कि डीएमसीएच के एक कर्मी ने यह दवा दी थी। जांच में भी इसकी पुष्टि हुई थी कि बरामद दवाओं का बैच नंबर यहीं का है। इधर, अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने चार दिन पूर्व मेडिकल अफसर डॉ. मनोज कुमार से एक सप्ताह के भीतर दवाओं की खपत और शेष दवाओं की रिपोर्ट तलब की थी। यह रिपोर्ट आज तक अधीक्षक कार्यालय को नहीं मिली है।