अंबाला : पिछले कुछ महीनों से अंबाला नशीली दवाओं, नकली खाद्य पदार्थ एवं कॉस्टमेटिक प्रोडक्ट बनाने को लेकर लगातार सुर्खियों में आ रहा है। इन्वेस्टिगेशन करने वाले फूड, औषधि एवं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अंबाला फूड, ड्रग एंड कॉस्मेटिक के नकली अवैध कारोबार की बड़ी मंडी के रूप में सामने आया है, क्योंकि पकड़े गए आरोपियों ने बड़े गिरोह और दूसरे राज्यों से कनेक्शन की बात स्वीकारी है। कई ठिकानों पर इस बात के प्रमाण भी मिले हैं।
हैरानी की बात ये कि अंबाला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का गृह क्षेत्र है। अनिल विज की गिनती सरकार में कड़क मिजाज और तेज-तर्रार मंत्री के रूप में होती है। परिवेदना समितियों की बैठक में अधिकारियों से जन मुद्दों पर अकसर उन्हें उलझते देखा जाता है। खामियों पर गुस्से में अधिकारियों से इतना तक कह देते हैं कि ‘तुम्हें पता होना चाहिए कि अनिल विज आ रहा है।” ऐसे में उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है। या तो अवैध कारोबारियों की सेटिंग इतनी ताकतवर है कि उन्हें नेता-अफसरों की परवाह नहीं। या फिर सरकारी तंत्र इतना पंगू है जिस कारण काला बेधड़क धंधा फल-फूल रहा है।
खैर, ताजा मामला ये कि अंबाला में 24 नवंबर की शाम एक महिला को करीब डेढ़ लाख की नशीली और गर्भपात की दवाओं से भरे बैग के साथ पकड़ा है। पता चला है कि उक्त महिला कई महीनों से इस धंधे में लिप्त है। माल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और मुजफ्फरनगर से यहां आता है जिसकी स्थानीय और आसपास के इलाकों में सप्लाई होती है। आरोपी महिला के मुताबिक, उसे नशीली दवा से भरा बैग अंबाला में मिलता है। उसका काम इस बैग को शहर में सक्रिय गिरोह के दूसरे सदस्यों तक पहुंचाने का है।
पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना पर सीआईए-2 में तैनात एएसआई राममूर्ति ने टीम के साथ महिला को पकड़ा। जिला औषधि निरीक्षक दिनेश राणा की मौजूदगी में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पकड़ी गई प्रतिबंधित दवाओं में गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली 10 एमटीपी किट, 2220 टेबलेट लोमोटिल, 960 टेबलेट एल्प्राजोलाम और 2880 कैपसुल स्पास्मा प्रोक्सिवन के मिले हैं।