गाजियाबाद । दो करोड़ की दवाओं की लूट के मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने इस वारदात में शामिल एक डॉक्टर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि चार आरोपी अभी फरार हैं। आरोपियों से लूटी गई दवा समेत कई हथियार और दो वाहन भी बरामद हुए है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आरोपियों में मेरठ निवासी ऋषि व संजू, लोनी बॉर्डर निवासी सुरेंद्र उर्फ अजरुन, दिल्ली के ज्योतिनगर निवासी ओमबीर, सोनू व असलम और दिल्ली के मंडोली में रहने वाले बीईएमएस डॉक्टर अनिल कुमार शामिल हैं।
इन्हें सूचना के आधार पर भोजपुर थाना इलाके से गिरफ्तार किया गया। बताया गया है कि लूट मामले का मास्टरमाइंड डॉ. अनिल है, जिसका मंडोली में क्लीनिक है। इस गिरोह का सरगना ऋषि डॉक्टर के संपर्क में रहता है। अनिल ने 13 अगस्त की रात ऋषि व उसके साथियों संग मिलकर रेकी के बाद मैनकाइंड कंपनी के मथुरा से आ रहे दवाइयों से भरे ट्रक को भोजपुर थाना इलाके में रोक लिया।
दो बाइक मेरठ से ही दवा के ट्रक के पीछे लगी थीं। गाड़ी सवार बदमाशों ने सुनसान स्थान पर ट्रक रुकवाया। तमंचे के बल पर ट्रक चालक सुरेंद्र और उसके सहायक को बंधक बनाकर ट्रक को लूट लिया। ट्रक से दवाओं को अनलोड कर दो अन्य ट्रकों में रख दिया। चालक व सहायक को वहीं छोडक़र ट्रक राजनगर एक्सटेंशन में खड़ा कर दिया। सुरेंद्र ने केस दर्ज कराया था। एसएसपी ने बताया कि गिरोह ने सोनीपत से भी सनफार्मा कंपनी की दवाइयां लूटी थीं। एल्फा टीम द्वारा बरामद दवाओं में 100 कार्टन उक्त कंपनी के भी शामिल हैं। इस बारे में सोनीपत पुलिस को सूचना दी गई है। एसएसपी ने बताया कि फरार आरोपियों में दिल्ली निवासी अशोक यादव, योगेंद्र उर्फ लल्लू और धर्म सिंह व एक अज्ञात शामिल हैं। आरोपी दवाओं को हापुड़ में एक कारोबारी को बेचना चाहता था,  लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।