ज्ञानपुर (भदोही)। गिर्दबड़ गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात फार्मासिस्ट जालसाजी में फंस गया है। अपनी पत्नी को शिक्षक बनाने के लिए प्रश्न पत्र आउट करने के मामले मेंमहानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया है।
जानकारी अनुसार टीजीटी-पीजीटी परीक्षा में पत्नी को शिक्षक बनाने की जालसाजी में जिले में फार्मासिस्ट पद पर तैनात फतेहपुर जनपद के नरङ्क्षसहपुर गांव निवासी भारत भूषण ङ्क्षसह पुत्र राम बहोरिक ङ्क्षसह जालसाजी के मामले में फंस गये हंै। महानिदेशक के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सतीश ङ्क्षसह ने उसे निलंबित कर दिया है। परीक्षा प्रश्न पत्र आउट करने के आरोप में गत जुलाई माह में सूचना मिलने पर लखनऊ जाते समय एसटीएफ ने उसे रास्ते से उठा लिया था। तलाशी के दौरान उसके पास से प्रश्न पत्र व नकद बरामद हुआ था। पूछताछ में उसने परीक्षा में प्रश्न पत्र आउट करने की बात स्वीकार की थी। मामले में एसटीएफ ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहित की धारा 420 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया था। एक माह जेल रहने के बाद फार्मासिस्ट जमानत पर बाहर आ गया। मामले में एसटीएफ की ओर से छानबीन के लिए स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशालय से संपर्क किया गया। मामला संज्ञान में आते ही महानिदेशक की ओर से उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सात सितंबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया। इस क्रम में सीएमओ ने उसे निलंबित कर दिया।