आगरा। राजस्थान की क्राइम ब्रांच टीम ने नशीली दवाओं की बिक्री के मामले में फव्वारा स्थित श्री जय महाकाल फार्मा और संतोषी फार्मा में रेड की। आरोपित दुकान और घर से फरार हो गए। क्राइम ब्रांच की टीम परिजनों को नोटिस थमाकर वापस लौट गई। गौरतलब है कि राजस्थान के हनुमानगढ़ में क्राइम ब्रांच की टीम ने नशीली दवाएं पकड़ीं थी। इनमें मुख्य रूप से ट्रेसर नाम की नशीली दवा भारी मात्रा में पकड़ी गई। नारकोटिक्स होने के कारण इन्हें डॉक्टर के लिखित पर्चे के बिना नहीं बेचा जा सकता। मामले की जांच के लिए राजस्थान पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम आगरा पहुंची। टीम फव्वारा स्थित श्री जय महाकाल फार्मा और संतोषी फार्मा पर जांच के लिए पहुंची। क्राइम ब्रांच को दोनों ही बंद मिले। इसके बाद श्री जय महाकाल के मालिक आशीष अग्रवाल के बल्केश्वर स्थित घर पर पहुंची। आशीष इससे पहले ही फरार हो चुका था।
पुलिस ने परिजनों को नोटिस दे दिया। आशीष इससे पहले कृष्णा फार्मा पर नौकरी करता था। नौकरी के दौरान उसने ड्रग लाइसेंस के लिए आवेदन किया और लाइसेंस मिलने पर नौकरी छोडक़र खुद का काम शुरू कर लिया। इसके बाद पुलिस संतोषी फार्मा के मालिक अमित अग्रवाल के घर पहुंची। अमित बल्केश्वर में किराए के मकान में रहता है। पिछले एक सप्ताह से वह फरार है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक इन दोनों ने ही हनुमानगढ़ में नशीली दवाओं की सप्लाई की थी। औषधि निरीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने पर दोनों के लाइसेंस कैंसिल करने की कार्रवाई की जाएगी।