रांची (झारखंड)।  पांच लोगों ने नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड के फर्जी अधिकारी बनकर दवा दुकान के संचालक से 30 हजार रुपए ठग लिए। उन्होंने नशीली व नकली दवा के कारोबार का आरोप लगाते हुए मामला रफा-दफा करने के नाम पर पहले एक लाख रुपए मांगे। अंतत: 30 हजार रुपये लेकर चंपत हो गए। इस मामले में दुकान के संचालक अविनाश कुमार ने सुखदेवनगर थाने में पांच अज्ञात लोगों के विरुद्ध ठगी व रंगदारी के मामले में केस दर्ज करवाया है। सभी पांच आरोपियों के चेहरे दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं। इनमें से दो आरोपी पुलिस की वर्दी में तथा अन्य तीन सिविल ड्रेस में थे। पीडि़त दुकान संचालक अविनाश ने बताया कि उनकी दुकान में उनका कर्मचारी सतीश कुमार था। शाम करीब छह बजे वे रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास एक होटल में खाना खाने गए थे। इसी बीच उनके कर्मी ने ही उन्हें बताया कि कुछ लोग आए हैं और उन्हें खोज रहे हैं। जैसे ही अविनाश दुकान पर पहुंचे तो आरोपियों ने खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड का अधिकारी बताते हुए दुकानदार पर नकली व नशीली दवा बेचने का आरोप लगाया। उनहोंने कहा कि वे लोग पिछले कई दिनों से उनकी दुकान की रेकी कर रहे थे। एक लाख रुपये दो वरना दुकान बंद करवा देंगे। दुकानदार खुद को असहज महसूस करते हुए 10 हजार रुपये ही देने की बात करने लगा। अंतत: दुकानदार ने 30 हजार रुपए देकर अपना पिंड छुड़ाया। उसे तब जालसाजी की जानकारी मिली, जब उसकी दुकान में पहुंचे एक पड़ोसी ने आरोपियों को फर्जी पुलिसकर्मी बताया।