सतना (मप्र)। औषधि विभाग की टीम ने डॉ. बीएल गुप्ता के क्लीनिक में चल रहे लाइफलाइन मेडिकल स्टोर को फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में दवाइयां बेचने पर सील कर दिया है। यहां अयोग्य कर्मचारी दवा बेच रहे थे। इसके अलावा भी यहां कई अनियमितताएं मिली हैं। जानकारी अनुसार ड्रग विभाग को शिकायत मिली थी कि डॉ. बीएल गुप्ता के क्लीनिक में बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल स्टोर चलाया जा रहा है। मालिक भी कभी-कभार ही दुकान पर बैठते हैं। कर्मचारी के रूप में अयोग्य कर्मचारियों को रखा गया है। यह वैधानिक नियम के विपरीत है। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर ने जांच के निर्देश दिए। ड्रग इंस्पेक्टर सोनाक्षी चौहान टीम के साथ मेउिकल स्टोर पर जांच करने पहुंचीं। मौके पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि प्रोपराइटर संतोष कुमार गुप्ता व फार्मासिस्ट गायत्री गुप्ता है, जो मौके पर नहीं थे। मेडिकल स्टोर संचालन में लापरवाही की बात साफ होने पर दुकान को सील कर दिया गया। जांच टीम ने दवा की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड की जानकारी भी ली। दस्तावेजों में भी गड़बड़ी मिली। दवा दुकान में सीधे तौर पर मरीजों की जान से खिलवाड़ चल रहा था। गौरतलब है कि एक साल पहले भी लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर की शिकायत ड्रग कंट्रोलर से हुई थी। इसके बाद जांच में अनियमितता पाई गई थी। रिपोर्ट भी मेडिकल स्टोर के खिलाफ थी। संबंधितों को नोटिस भी जारी हुआ था। एक बार फिर से मामला सुर्खियों में है।