लखनऊ। मिलावटी खाद्य पदार्थों पर लगाम कसने के लिए हर मंडल में अत्याधुनिक लैब बनाई जाएगी, ताकि सैंपल की नियमित जांच और निगरानी हो सके। ये निर्देश सीएम योगी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन (एफएसडीए) विभाग की समीक्षा के दौरान दिए हैं। सीएम ने बोतल बंद और जार के पानी की शुद्धता जांचने के लिए अभियान चलाने को भी कहा है। उन्होंने थोक और फुटकर दवा लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में होने वाली देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बावजूद व्यापारियों को परेशानी हो रही है। हर हाल में सही आवेदकों को हफ्तेभर बाद लाइसेंस मिल जाना चाहिए। जो अधिकारी इसमें ढिलाई बरतें, उनकी जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि पानी कितने समय तक पीने लायक रहता है और इसकी शुद्धता क्या है। इसके लिए बोतल बंद और जार के पानी को लेकर जांच और जागरूकता अभियान चलाया जाए। सीएम ने औषधि नियंत्रक की नियुक्ति न होने पर भी नाराजगी जताते हुए विभाग में खाली पदों को जल्द भरने को कहा।