अमृतसर/अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। जाइड्स हेल्थकेयर के अंबाला निवासी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव आशीष कुमार ने अमृतसर, पंजाब में 28 जुलाई 2019 को सुसाइड नोट लिखकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सुसाइड नोट के शब्दों से स्पष्ट प्रतीत होता है कि कंपनी द्वारा सेल टारगेट को अत्याधिक बार-बार बढ़ाए जाने पर आशीष स्वयं के दिमाग पर इतना प्रेशर मान रहा था कि यदि नौकरी बचाने के लिए सेल टारगेट को छूने की लालसा में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुझाए गए मार्ग पर चलना ही एकमात्र सहारा रह जाता था। यदि टारगेट पूरे नहीं होते तो उत्पादों की ट्रेडिंग से सेल टारगेट पूरे किए जाएं। ट्रेडिंग में आशीष अपनी जेब से काफी रकम लगा चुका था। कुछ पैसा मित्रों -रिश्तेदारों से उधार लेकर भी अपनी नौकरी बचाने के लिए ट्रेडिंग का काम करता था। जब आशीष को ट्रेडिंग के जरिए पहुंचाए गए उत्पादों के मूल्य नहीं मिल पाते थे तो कर्जा दिनों दिन सिर पर चढ़ता ही जा रहा था। ये कर्जा उतरने का नाम ही नहीं ले रहा था, जिस पर आशीष ने शायद मौत को गले लगाना ही उचित समझा।
अमृतसर में पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुखपाल सिंह द्वारा एफआईआर आईपीसी 1807 के अंतर्गत 306 में मामला दर्ज किया गया। यदि नियमों को देखें तो 306 में आरोपी को अविलंब गिरफ्तार करना किसी भी प्रकार से समझौता ना होना तथा 10 वर्ष की सजा का प्रावधान होता है। आशीष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वह एचआरए यूनियन कासदस्य है। अत: यूनियन उसे इंसाफ दिलवाने के लिए कंपनी के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाए तथा परिवार को सहायता उपलब्ध करवाए ।