रीवा (मप्र)। रीवा पुलिस को नशीली दवाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो कारों में लाई जा रही नशीली कफ सिरप की दो बड़ी खेप जब्त की है। एक कार से 1500 शीशी और दूसरी से 1200 शीशी कफ सिरप जब्त हुई है। इन मामलों में यूपी के एक युवक के साथ चार नाबालिग को गिरफ्तार किया है। जब्त नशीली दवा की अनुमानित कीमत 2 लाख 70 हजार रुपए बताई गई है। पुलिस को मुखबिर ने जानकारी दी कि यूपी से नशीली दवा की एक बड़ी खेप लाई जा रही है। इस पर टीआई ने स्टाफ को लेकर नाकेबंदी कर दी। मढ़ी गांव के समीप बिना नम्बर की टाटा सफारी गाड़ी को रोककर तलाशी ली तो आटे की बोरियों में ऑनरेक्स कफ सिरप की बड़ी खेप मिली। इस वाहन में एक युवक और तीन नाबालिग सवार थे। पुलिस ने बताया कि वाहन में प्रयागराज निवासी तरणीश तिवारी से पूछताछ में पता चला है कि यह खेप रीवा के कोष्टा गांव पहुंचाई जा रही थी। इस वाहन में नाबालिग खरीददार भी सवार था। इस नाबालिग खरीददार की मां का नाम कई बार मादक पदार्थों के कारोबार में सामने आया है। टाटा सफारी वाहन से जब्त 1500 शीशी कफ सिरप के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस और भी जानकारियां जुटा रही है। वहीं, रात्रि गश्त के दौरान मनगवां पुलिस को एक दुर्घटनाग्रस्त बैगनार दिखी तो वहां मदद के लिए पहुंची। पता चला कि यह गाड़ी मवेशी से टकरा गई है। गाड़ी में सिर्फ एक नाबालिग मिला। इस गाड़ी में रखी बोरियों पर पुलिस की नजर पड़ते ही मामला गड़बड़ लगा। बोरियां खोली तो उसमें नशीली कफ सिरप की खेप मिली। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि गाड़ी में कुईयां निवासी आशीष पटेल उर्फ मामा भी था। जो गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने पर टोचन के लिए इंतजाम करने गया है। इस तरह पुलिस ने उसे भी आरोपी बनाया है। बताया गया है कि बैगनआर गाड़ी से 12 सौ शीशी कफ सिरप बरामद हुई है। यह खेप मनगवां थाना क्षेत्र के कुईयां गांव ले जाई जा रही थी। टीआई मनगवां राजकुमार मिश्र ने बताया कि नशे के लिए उपयोग हो रही कफ सिरप की दो बड़ी खेप पकड़ी गई है। यह खेप अलग-अलग जगह भेजी जा रही थी। नशीली कफ सिरप की खेप के साथ एक युवक सहित चार नाबालिग पकड़े गए हैं।