रोहतक। हरियाणा की सभी सरकारी संस्थाओं में कार्यरत फार्मासिस्ट अपनी मांगों की अनदेखी को लेकर सेामवार को हड़ताल पर चले गए हैं। उनके सामूहिक अवकाश पर रहने से आज मरीजों को दवाओं के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है। एसोसिएशन गवर्नमेंट फार्मासिस्ट ऑफ हरियाणा के राज्य प्रधान विनोद दलाल के अनुसार फार्मासिस्ट वर्ग की मुख्य मांग इस वर्ग का 4600 ग्रेड पे करने की है, जिसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री दे चुके हैं, उसके बावजूद वित्त विभाग फाइल पर कुंडली मारे बैठा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य ही है कि स्वास्थ्य विभाग में सबसे ज्यादा काम का बोझ उठाने वाले फार्मासिस्टों ने जनता के हित को हमेशा सर्वोपरि रखा और कभी हड़ताल नहीं की और ना ही आंदोलन का रुख अपनाया। सरकार की लगातार अनदेखी ने इस वर्ग को पीछे धकेल दिया जिससे पूरे प्रदेश के फार्मासिस्ट वर्ग में रोष है। गत लंबे समय से यह वर्ग बातचीत के माध्यम से अपनी मांगें उठा रहा है पर सरकारी तंत्र का नकारात्मक रवैया आंदोलन पर मजबूर कर रहा है। विनोद दलाल ने सरकार को आगाह किया कि यदि उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
गौरतलब है कि फार्मासिस्ट वर्ग गत 6 अगस्त से काली पट्टी बांधकर, गेट मीटिंग कर तथा करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करके अपना लगातार विरोध जारी रखे हुए हैं। एसोसिएशन ने सभी कर्मचारी संगठनों को पत्र लिखकर उनके हकों के लिए लड़़ाई में समर्थन मांगा है।