पानीपत। पत्नी की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर फार्मासिस्ट ने जहरीला इंजेक्शन लगा आत्महत्या कर ली। वह जिला जेल में कार्यरत थे। मृतक ने छह पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जानकारी अनुसार लतीफ गार्डन के बलवान सिंह मलिक की पहली पत्नी संगीता की आठ साल पहले मौत हो गई थी। उससे बेटी 23 वर्षीय मोनिका, बेटा 21 वर्षीय नवीन और 16 वर्षीय विवेक हैं। रोहतक निवासी 43 वर्षीय किरण से दूसरी शादी की थी। किरण की भी यह दूसरी शादी थी। पहले पति से उसका तलाक हो गया था। किरण पानीपत के गढ़ी सिकंदरपुर गांव के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षिका है। बलवान मलिक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि किरण से शादी के कुछ समय बाद सास निर्मला देवी ने कमेटी (चिटफंड) डाली। कमेटी नहीं डलवाने पर बेटी का रिश्ता तोडऩे की धमकी दी। घर बसाने के मकसद से अपनी और दोस्तों की कमेटी डलवा दी। सास ने 46 लाख 50 हजार रुपये हड़प लिये। दोस्तों को रुपये लौटाने पड़े। 22 दिसंबर 2018 में किरण, सास निर्मला देवी, ससुर रणसिंह, साला निखिल और साली मोनिका उसके घर से 30 लाख रुपये व पहली पत्नी के 30 तोले सोने व चांदी के जेवर चुरा ले गए। इसके बाद किरण ने उस पर महिला थाने में दुष्कर्म, दहेज व मारपीट का झूठा मामला दर्ज करा दिया। दुष्कर्म का मामला रद्द हो गया, लेकिन मारपीट व दहेज का केस कोर्ट में चल रहा है। मेडिकल स्टोर संचालक हरिबाग कॉलोनी के टेनी उर्फ महेंद्र वधवा ने भी उसके 10 लाख रुपये नहीं लौटाए। उसका टेनी का साथ पहले साझेदारी में मेडिकल स्टोर था। उक्त आरोपितों की वजह से वह परेशान है। ये ही उनकी मौत के जिम्मेदार होंगे।
सुसाइड करने से पहले बलवान ने बड़े बेटे नवीन को वाट्सएप पर मैसेज किया कि जल्दी घर आ जाओ। जरूरी काम है। नवीन घर पहुंचा तो कमरे में बेड पर पिता का शव पड़ा देखा। शव को सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया। मॉडल टाउन चौकी प्रभारी सतनारायण ने बताया कि नवीन की शिकायत पर किरण, निर्मला देवी, निखिल, मोनिका और टेनी के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए मजबूर करने) और 34 आइपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।