घोसी (मऊ)। दवा दुकानदार अब अपने प्रतिष्ठानों पर फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के विरोध में अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। यह निर्णय एसवी मेडिकल सेंटर पर आयोजित दवा विक्रेता कल्याण समिति की बैठक में लिया गया। समिति के अध्यक्ष अरविद कुमार पांडेय ने कहा कि फार्मासिस्ट की अनिवार्य नियुक्ति को लेकर केंद्र एवं प्रदेश सरकार के समक्ष प्रस्तुत हर तर्क अस्वीकार कर दिया गया। ऐसे में अब अदालत की शरण लेनी होगी। महामंत्री निर्भय पांडेय ने दवाओं को मात्र पांच एवं बारह फीसदी जीएसटी के स्लेब में रखे जाने की बात कही ताकि मरीजों को सस्ती कीमत पर दवा मिल सके। सचिव रमेश सिंह ने सरकार को हठवादिता छोडऩे को कहा। बैठक में भारत मेडिकल के प्रोपराइटर खैरालुल्लाह एवं डा. हीरालाल सोनकर के निधन पर शोक प्रकट किया गया। बैठक में संरक्षक तीर्थराज सिंह, अश्विनी पांडेय, अनुपम श्रीवास्तव एवं अन्य उपस्थित रहे। इस मौके पर दवा विक्रेता कल्याण समिति की बैठक में अध्यक्ष अरविद कुमार पांडेय ने संगठन में परिवर्तन करते हुए संगठन मंत्री संतोष राव के स्थान पर अनुपम श्रीवास्तव को नया पदाधिकारी नियुक्त किया। सभी ने इस पर सहमति जताई।