नई दिल्ली: अमेरिकी बाजार में भारतीय दवा उद्योग के कारोबार की रफ्तार बेशक सुस्त दिख रही है लेकिन अमेरिकी औषधि नियामक (यूएसएफडीए) द्वारा भारतीय कंपनियों की दवाओं को दी गई मंजूरियों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। यूएसएफडीए की वेबसाइट पर दर्ज आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो इस साल जनवरी से जून की अवधि में अमेरिकी सहायक इकाइयों सहित भारतीय औषधि कंपनियों को यूएसएफडीए से 141 दवा मंजूरियां प्राप्त हुई जो पिछले साल की समान अवधि में प्राप्त 94 मंजूरियों के मुकाबले 50 फीसदी अधिक है।
     यूएसएफडीए से इस वर्ष दवाओं के लिए मंजूरियां हासिल करने वाली कंपनियों में कैडिला हेल्थकेयर (जायडस कैडिला और उसकी सहायक इकाइयां), अरबिंदो फार्मा, ल्यूपिन, ग्लैंड फार्मा और ग्लेनमार्क हैं। हालांकि भारतीय औषधि कंपनियों के मुकाबले गैर-भारतीय औषधि कंपनियों की दवाओं को यूएसएफडीए द्वारा दी गई मंजूरियों में वृद्धि दर 15.27 फीसदी पर कम रही। जनवरी से जून 2016 के बीच गैर-भारतीय औषधि कंपनियों ने अपनी दवाओं के लिए यूएसएफडीए से 216 मंजूरियां हासिल की जबकि इस साल की समान अवधि में यह आंकड़ा बढक़र 249 हो गया।