नई दिल्ली। अब नौनिहालों को मां के दूध से महरूम नहीं रहना पड़ेगा। केंद्र सरकार 8 राज्यों में 24 ब्रेस्ट मिल्क बैंक की स्थापना कर रही है। इन ब्रेस्ट मिल्क बैंकों की स्थापना सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर की जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्तनपान यूनिटों की स्थापना की जा रही है। इसके लिए संबंधित राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को कार्यात्मक और तकनीकी मार्गदर्शन के लिए राष्ट्रीय दिशा-निर्देश भेजे गए हैं। साथ ही संबंधित राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए उनके प्रस्तावों के अनुसार वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी आठ राज्यों को 24 ब्रेस्ट मिल्क केंद्र की स्थापना के लिए 11.53 करोड़ रुपए की राशि का अनुमोदन किया गया है। चौबे ने कहा कि स्तनपान केंद्रों या स्तनपान यूनिट की स्थापना का मकसद स्तनपान क्रिया को संरक्षित करना है ना कि स्तनपान के महत्व को कम करना। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारण से माता का अपना दूध उपलब्ध नहीं होता है तो ब्रेस्ट मिल्क बैंक से बच्चों को डोनर ड्यूमन मिल्क उपलब्ध कराया जाएगा। यह बच्चों को कृत्रिम दूध उपलब्ध कराने का एक सर्वोत्तम विकल्प है। देश के आठ राज्यों कर्नाटक मेें 1, गुजरात में 3, तेलंगाना में 4, पश्चिम बंगाल में 1, महाराष्ट्र में 3, राजस्थान में 9, उत्तर प्रदेश में 1 और मध्य प्रदेश में 2 ब्रेस्ट मिल्क बैंक का निर्माण किया जा रहा है।