धोलपुर। कस्बे में काफी समय से दवा की दुकानें किराए के लाइसेंस पर संचालित हो रही हैं। इस बात की शिकायत मिलने पर भरतपुर ड्रग्स कंट्रोलर टीम के अधिकारियों ने अचानक पहुंचकर आधा दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दुकानों में कई अनियमितताएं सामने आईं। इस पर टीम के अधिकारियों ने दुकान संचालकों को कारण बताओ नोटिस थमाए। इधर, जैसे ही टीम द्वारा कार्रवाई की सूचना दुकानदारों को लगी तो उनमें हडक़ंप मच गया।
इस दौरान कई दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर भाग गए। टीम द्वारा शहर के अंकुर मेडिकल स्टोर, राधारानी मेडिकल स्टोर, श्रीजी मेडिकल स्टोर, आरके मेडिकल स्टोर का जब निरीक्षण किया तो वहां होलसेल लाइसेंस की आड़ में रिटेल कारोबार होता पाया गया। साथ ही वहां पर दवा बिक्री का कोई रिकॉर्ड भी नहीं मिला। इस पर टीम ने सभी दवा विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनके लाइसेंस के निलंबन या निरस्तीकरण की कार्रवाई की अनुशंसा की। गौरतलब है कि शहर में किराए के लाइसेंस पर दवाओं की बिक्री होती है। कई दुकानों पर तो छोटी उम्र के बच्चे भी दवाएं बेचते देखे जा सकते हैं।
भरतपुर से आए औषधि नियंत्रक अवधेश शर्मा एवं सहायक औषधि नियंत्रक देवेंद्र कुमार गर्ग ने बताया की बाड़ी शहर में 3 दर्जन से अधिक दवा की दुकानें संचालित हैं। इनमें से ज्यादातर किराए के लाइसेंस पर चल रही हैं। ऐसे में शिकायत मिलने पर जब कार्रवाई की गई तो सीताराम बाजार स्थित अंकुर मेडिकल स्टोर पर बिना बिल के होलसेल के लाइसेंस पर रिटेल का कारोबार होते मिला, साथ ही बिक्री का कोई रिकॉर्ड भी नहीं मिला। इस पर संचालक हरिओम बंसल को कारण बताओ नोटिस दिया गया। वहीं राधारानी मेडिकल स्टोर के रजत शर्मा, श्रीजी मेडिकल स्टोर के सिंघल और आरके मेडिकल स्टोर के राकेश कुमार मित्तल को अनियमितताएं मिलने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ उनके लाइसेंस निलंबन और निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। कुछ दवाओं की दुकानों पर नशीली दवाओं के साथ आपत्तिजनक दवाएं भी बिना पर्चे के बेचे जाना मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। शहर में दवा विक्रेताओ के यहां उक्त छापामार कार्रवाई में औषधि नियंत्रक अवधेश शर्मा, सहायक औषधि नियंत्रक देवेंद्र कुमार गर्ग के साथ अनुभव शर्मा और सीपी जाटव की टीम ने कार्रवाई की है, जो भरतपुर और धौलपुर के ड्रग्स कंट्रोलर अधिकारी हैं। उक्त टीम द्वारा की गई कार्रवाई से शहर में दवा विक्रेताओं में सनसनी फैल गई।