दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पुलिस ने प्रतिबंदित दवाओं के कारोबार को लेकर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा है जो दुर्ग सहित अन्य जिलों में घूम-घूमकर प्रबंधित दवाओं की सप्लाई करते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि वे दिल्ली से दवाइयां मंगवाते थे और उन्हें भिलाई-दुर्ग के अलावा आसपास के जिलों में खपाते थे।

पकड़े गए चारों आरोपित में से तीन प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई करने शंकराचार्य कॉलेज जुनवानी की ओर जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपित अमृत देवांगन उर्फ रिंकू, सुनील भोई, अमनप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया। आरोपितों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। जांच में पता लगा कि उन्होंने जुनवानी रोड स्थित जेजे इंटरप्राइजेस के मनोज कुमार रमानी से उक्त दवाइयां खरीदी थी। इसके बाद पुलिस ने मनोज कुमार रमानी को भी गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने आरोपित मनोज रमानी से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि नशीली दवाइयों को रखने के लिए उसने जेवरा सिरसा में एक किराये को मकान ले रखा था। वहां पर पूरी दवाइयां स्टॉक करता था और कार से घूम-घूमकर उसकी सप्लाई करता था। पुलिस ने मनोज की कार की तलाशी ली तो उसमें प्रतिबंधित दवाइयों की पेटियां मिलीं। पुलिस ने कार और किराये के गोदाम को सील कर दिया है। वहीं गोदाम व कार में रखे प्रतिबंधित दवाओं की भी जब्ती बनाई। आरोपितों के पास से 60 पेटी में रखी प्रतिबंधित आरटीएक्स केयर कोडिन सिरप की 7200 नग शीशियां, 19 डिब्बा अल्प्राजोलम टेबलेट बरामद किया गया। जब्त दवाइयों की कीमत 10 लाख रुपये आंकी गई है।