रोहतक। लोगों की जरूरतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेेजों में इलेक्टिव सर्जरी शुरू करने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन अब कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदेश के तीन मेडिकल कॉलेेजों को इससे बाहर कर दिया है। कोविड अस्पताल बने पीजीआईएमएस रोहतक, करनाल मेडिकल कॉलेज व अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को कोरोना मरीजों पर अधिक ध्यान देने को कहा गया है। ऐसे में तीनों संस्थानों में इलेक्टिव सर्जरी फिर टल गई है। इलेक्टिव सर्जरी शुरू करने के निर्देश आए थे और इसकी तैयारी की जा रही थी। लेकिन रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एसीएस एमईआर आलोक निगम ने रोहतक, करनाल, अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को अभी कोरोना मरीजों पर ध्यान देने को कहा है। यह तीनों संस्थान कोविड अस्पताल के रूप में काम कर रहे हैं, इन्हें 100-100 बेड के आईसीयू तैयार रखने को कहा गया है। पीजीआईएमएस ने ओपीडी तो सारी शुरू कर दी हैं, लेकिन इलेक्टिव सर्जरी अभी नहीं होगी। इससे मरीजों की वेटिंग लिस्ट और लंबी हो गई है। हाल ही में सरकार ने निर्देश जारी किए थे कि ओपीडी के साथ अब मेडिकल कॉलेज इलेक्टिव सर्जरी भी शुरू कर दें। लेकिन इन निर्देशों पर कोरोना की बढ़ती संख्या ने विराम लगवा दिया है। हाल ही में पीजीआईएमएस रोहतक की बात करें तो गाइनी, एनेस्थिसिया व अन्य विभाग कोरोना के हॉट स्पॉट बन गए हैं। ऐसे में कोविड मरीजों के बीच इलेक्टिव सर्जरी शुरू करना आफत बना हुआ है। कोरोना संक्रमणकाल में सबसे अधिक असर उन मरीजों पर पड़ रहा है, जिन्हें अपने सामान्य ऑपरेशन करवाने थे और वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। कोरोना के चलते पिछले छह माह से ये सर्जरी रुकी हैं और आगामी दिनों में भी सर्जरी होने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है।