मुजफ्फरपुर। सदर अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए दवा की खेप पहुंची। तीन साल से दवा के कारण मरीजों को परेशानी हो रही थी। अब सरकार के मानक के हिसाब से सबको दवा दी जाएगी। दरअसल ओपीडी मेें हर प्रकार के मानसिक रोगी आ रहे है। उसमें मुख्य रूप से मिर्गी, अधकपारी, पाॢकसोनिज्म, शक की बीमारी यानि सिजोथ्रेमिया आदि प्रमुख हैं। इन बीमारियों से पीडित एक मरीज को प्रतिमाह करीब छह हजार की दवा खानी पडती है। सदर अस्पताल के ओपीडी में करीब 40 मरीज का प्रतिदिन इलाज किया जाता है।
इन मरीजों की काउंसिलिंग के बाद दवा निशुल्क दी जाती रही है। इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सक के अलावा काउंसिलिंग के लिए साइकोलॉलिस्ट, जीएनएम आदि प्रतिनियुक्त हैं। इसके अलावा विभिन्न स्कूलों व जेल में बंद कैदियों को भी कैंप लगाकर मानिसक रूप से बीमार लोगों का इलाज किया जाता है। वहीं इस बीमारी से बचाव के लिए जागरुक किया जाता है। तो वहीं प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि मानसिक रोगियों के लिए करीब पांच लाख रुपये की 18 किस्म की प्रमुख दवाइयां आ गईं है।
सदर अस्पताल के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ अमर कुमार झा ने बताया कि करीब तीन साल बाद दवा की खरीद हुई है। अभी बदलते दिनचर्चा के कारण अधिकांश लोग तनावग्रस्त होकर मानसिक रूप से बीमार हो रहे है। मरीजों की बढ़ी संख्या के बाद राष्ट्रीय मानसिक रोग निवारण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसको लेकर सदर अस्पताल में वर्तमान में ओपीडी चल रहा है। गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज करने के लिए शीघ्र ही 10 बेड का इनडोर बनाने की प्रक्र्रिया शुरू है।