नवाबगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही ले मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण करने पहुंचीं मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को वहां कई खामियां मिलीं। मरीजों को वितरित की जा रही दवाओं में कई ऐसी थीं, जिनकी एक्सपायरी डेट काफी करीब थी। सीडीओ ने एमओआइसी (प्रभारी चिकित्साधिकारी) को फटकार लगाते हुए तत्काल इन दवाओं को वापस भेजकर दूसरी मंगाने को कहा। इस दौरान एक चिकित्सक व तीन स्वास्थ्य कर्मचारी गायब मिले।
मुख्य विकास अधिकारी एम अरून्न मोली ने गुरुवार को सीएचसी का निरीक्षण किया। दवा वितरण कक्ष में खिड़की पर दवा ले रहे गांव बबना निवासी अतेंद्र कुमार से जानकारी ली। उन्होंने दवाओं की जांच की। इसमें सिटरजिन टेबलेट की एक्सपायरी इसी माह व डाइक्लोफिनेक टेबलेट सहित अन्य सभी दवाओं की एक्सपायरी डेट जून 2021 तक देख एमओआइसी डॉ. सुमित कुमार सिंह को फटकार लगाई। उन्होंने एक्सपायरी डेट करीब वाली सभी दवाओं को वापस करने के निर्देश दिए।
दंत चिकित्सक कक्ष में मशीन पर धूल जमी देख डॉ. वंदना मिश्रा से नाराजगी जताई। उन्होंने एक्सरे कक्ष में टेक्नीशियन नीमेश कुमार से जानकारी ली। लेबर रूम का निरीक्षण करते वक्त अस्पताल में प्रसव कम देख सवाल किया तो उन्हें बताया गया कि ब्लॉक क्षेत्र के अधिकांश प्रसव सीएचसी कायमगंज में कराए जाते हैं। उन्होंने आयुष्मान कार्ड 2991 ही बनने पर नाराजगी जताई। उपस्थिति पंजिका जांची तो डॉ. अभिजीत यादव अवकाश पर थे।
डॉ. गौरव राजपूत, फार्मासिस्ट आशीष कुमार, विजय कुमार पाल, मंजू कुमारी, राजेंद्र कुमार गैरहाजिर थे। बताया गया कि डॉ. गौरव राजपूत तीन माह से बिना बताए गायब हैं। सीडीओ ने कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण का भी जायजा लिया। डाट्स कक्ष में ताला लगा देख उसे खुलवाकर लैब टेक्नीशियन सुनील शुक्ला से क्षय रोगियों के बारे में जानकारी ली। फार्मासिस्ट विजय पाल, अजय कुमार व धीरेंद्र कुमार रहे।