जेनेवा : अगला कोविड-19 वैरिएंट ओमिक्रॉन की तुलना में अधिक संक्रामक होगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह बात कही.

इसके साथ ही वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने यह भी कहा है कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि भविष्य में सामने आने वाला स्ट्रेन कम खतरनाक होगा.

WHO की कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कहा, अगला वैरिएंट ऑफ कंसर्न ज्यादा ताकतवर होगा.
इसका मतलब ये हुआ कि इसका ट्रांसमिशन रेट अधिक होगा और ये पूरी दुनिया में फैल रहे मौजूदा वैरिएंट को पीछे छोड़ देगा.

वान केरखोव ने कहा कि पिछले हफ्ते, डब्ल्यूएचओ को लगभग 2.1 करोड़ कोविड मामलों की सूचना मिली है, जो तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट से साप्ताहिक मामलों के लिए एक नया वैश्विक रिकॉर्ड स्थापित करता है.

हालांकि ओमिक्रॉन वायरस के पिछले वैरिएंट्स की तुलना में कम जानलेवा प्रतीत हुआ है मगर साथ ही कई देशों में मामलों की भारी संख्या अस्पताल प्रणालियों पर बोझ बन चुकी है.

रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों ने ऐसी थ्योरीज पर विश्वास करने वालों को चेतावनी दी है, जिनमें कहा जा रहा है कि वायरस समय के साथ हल्के स्ट्रेन में म्यूटेट होगा और लोग पिछले वैरिएंट्स के मुकाबले कम बीमार पड़ेंगे.

उन्होंने आगे कहा, हम अगले वैरिएंट के हल्के होने की उम्मीद जरूर कर सकते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा होगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है.