लखनऊ : कोविड के 3rd वेव से बच्चों को बचाने के लिए प्रदेश में मुफ्त एजिथ्रोमाइसिन बाँटी जा रही है।

इस दवा को लेकर चौकाने वाले खुलासे हुए है। यह दवा मानक पर खरी नही उतरी है, हिज कारण राज्य के सभी अस्पतालों से इसे वापस मंगाया जा रहा है।

आधी से अधिक दवा का वितरण और इस्तेमाल भी हो गया है. इसी दौरान दवा के नमूने एकत्रित किए गए थे जो मानकों पर खरे नहीं उतरे.

यह दवा मेसर्स टेरेस फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड से खरीदी गई थी. इस दवा की आपूर्ति सभी सरकारी अस्पतालों में की गई है। जिसका जिम्मा यूपी मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन के पास है।

इस दवा पर न ही सही जानकारी है, न ही एक्सपायरी की तारीख लिखी हुई है। ऐसे एक अखबार में प्रकाशित एक लेख से खुलासा हुआ है।

इसकी जानकारी होने पर कॉरपोरेशन ने पत्र लिखकर सीरप वापस मंगाई है और अस्पतालों से इसका वितरण रोक दिया गया है