केमिस्ट को अपने दुकान के बाहर ‘जेनेरिक मेडिसिन बिकता है या उपलब्ध है’ लिखा हुआ बोर्ड लगाना होगा। फैसला दिल्ली सरकार ने लिया है। दिल्ली सरकार ने उसके क्षेत्राधिकार में बने या संचालित दवा दुकानों के लिए निर्देश जारी किए हैं। इसमें फार्मासिस्ट को यह कहा गया है कि जेनेरिक मेडिसिन आर अवेलेबल (generic medicine available) लिखकर संकेतक या बोर्ड लगाना होगा।

दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोल यूनिट की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली सरकार महंगी दवाइयों के बदले उतनी ही प्रभावी जेनेरिक मेडिसिन के उपयोग को बढ़ावा देना चाहती है और यह केंद्र सरकार के उद्देश्यों के तहत ही है।

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत केंद्र सरकार नॉन ब्रांडेड या जेनेरिक मेडिसिन बेचने की पहल करती है और यह उन दुकानों में मिलती है जो पीएम बीजेपी योजना के तहत चलाए जा रहे हैं।

बता दें की जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं की तुलना में लगभग आधी कीमतों पर उपलब्ध होती हैं और कई चिकित्सकों का मानना है कि यह दवाएं उतनी ही प्रभावी हैं जितनी ब्रांडेड दवाएं प्रभावी होती हैं।

दिल्ली सरकार ने जेनेरिक मेडिसिन को प्रमोट करने के लिए तत्परता से ‘जेनेरिक मेडिसिन उपलब्ध है’ लिखा हुआ बोर्ड लगाने का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा जेनेरिक मेडिसिन प्रोड्यूसर है और भारत लगभग 150 देशों में दवाओं का निर्यात भी करता है। यह दावा केंद्र सरकार का है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सरकार के ताजा आदेश के मुताबिक ड्रग कंट्रोल यूनिट ने कहा है कि सरकार ने नॉन ब्रांडेड मेडिसिन को प्रमोट करने का निर्णय लिया है।

बता दें कि विगत 15 मार्च को हुई एक बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। केमिस्ट एसोसिएशन के मुताबिक सरकार ने यह सुझाव दिया गया है कि फार्मा सेक्टर से जुड़े इसके सभी सदस्यों को ‘जेनेरिक मेडिसिन उपलब्ध है’ का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया जाए। दिल्ली सरकार के ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर डॉ अतुल कुमार नासा ने इस आदेश पर साइन किए हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डॉ अतुल कुमार ने कहा है कि दिल्ली के केमिस्ट एसोसिएशन यह सुनिश्चित करेंगे कि फार्मासिस्ट के पास या उनके क्षेत्र की दवा दुकानों में जेनेरिक मेडिसिन उपलब्ध हो और यह मरीजों को कानून के तहत ही उपलब्ध कराई जाए।

दिलचस्प है कि अमेरिकन ड्रग रेगुलेटर के मुताबिक जेनेरिक दवा ऐसी मेडिसिन को कहा गया है जो पहले से एक ब्रांडेड कंपनी बेच रही है, लेकिन इसके जेनरिक संस्करण की कीमत कम होती है। जेनेरिक मेडिसिन में उतनी ही मात्रा में दवाओं का कॉन्बिनेशन होता है जो ब्रांडेड दवाओं में होता है, यानी दवा का प्रकार, सुरक्षा, मजबूती, दवा लेने का तरीका, दवा की गुणवत्ता, उसकी विशेषता और उसका प्रयोग करने के मकसद जैसे पैमानों पर जेनेरिक मेडिसिन ब्रांडेड की तरह ही काम करते हैं। उदाहरण के लिए पेरासिटामोल एक जेनेरिक नाम है जबकि क्रोसिन इसका ब्रांड का नाम है।