गाजियाबाद : कैंसर की दवा दिलाने के नाम पर 3.5 करोड़ की ठगी का मामला का सामने आया है। पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने दवा के नाम पर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.

सेल ने कुल तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके खातों में जमा करीब पौने नौ लाख रुपए फ्रीज करा दिए हैं। सुरेंद्र की निशानदेही पर दो और आरोपी को गिरफ्तार किया। तीनों से पुलिस ने 12 चेक, 3 पैन कार्ड, 18 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल, एक मुहर और 9 हजार रुपए नगद बरामद किए हैं।

पूछताछ में सामने आया कि गिरोह अब तक साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका है। साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि, पिछले दिनों इंदिरापुरम और मधुबन बापूधाम थाने पर साढ़े 32 लाख रुपए ठगने की दो शिकायतें आईं। साइबर सेल ने शिकायतों की जांच की और लाजपत नगर के रहने वाले सुरेंद्र को गिरफ्तार किया।

पुलिस का कहना है कि, यह गैंग सबसे पहले फर्जी नाम-पते पर आधार कार्ड बनवाता था। इसके बाद उस आधार कार्ड के जरिए मोबाइल सिम खरीदते थे और फिर बैंक में खाते खुलवाते थे।

आरोपियों के साथ एक ऐसा व्यक्ति था, जो दवा कारोबार से जुड़े लोगों की डिटेल्स उपलब्ध कराता था। गिरोह में शामिल नाइजीरियन मूल के नागरिक ऐसे कारोबारियों से कॉल करते थे। बताते थे कि वह कैंसर, टीबी जैसी घातक बीमारियों की दवा का रॉ मैटेरियल उपलब्ध कराते हैं। जिसके बाद पैसे मिलने पर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देते थे।