पटना : बिहार में दवा कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं। राज्य के दवा कारोबारियों की इसमें हिस्सेदारी कैसे बढ़े, इस बात पर स्वास्थ्य सचिव ने दवा निर्माताओं के साथ गहन विचार किया था।

बिहार में दवा कारोबार करीब एक हजार करोड़ रुपये का है, यह जानकारी बैठक में दवा निर्माताओं ने दी। एक हजार करोड़ का बाजार होने के बाद भी, दवा निर्माताओं का हिस्सा मात्र सौ करोड़ ही है।

वहीं बैठक में लोगों के अपनी परेशानियों को भी सामने रखा, जिसे जल्द दूर करने का प्रयास किया गया। स्वास्थ्य सचिव गोरखनाथ ने आश्वस्त किया कि तमाम कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

जानकारी अनुसार बैठक में ये भी मुद्दा उठाया गया कि कई आवश्यक कार्रवाई न होने के कारण कई कार्यों में देरी होती है। जिसका नतीजा होता है कि वह दवा निर्माता टेंडर और अन्य कार्यों में भाग नहीं ले पाते हैं।