नई दिल्ली : युद्ध प्रभावित यूक्रेन से वापस लाए गए भारतीय एमबीबीएस छात्रों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने देश में चिकित्सा महाविद्यालयों में दाखिले की मांग की । एमबीबीएस विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों ने यहां राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया।
उन्होंने सरकार से अपील की और कहा कि अकादमिक साल के नुकसान से उन्हें बचाने के लिए एकबारगी उपाय के तौर पर उनका समायोजन किया जाए।
पैरेंट्स एसोसिएशन ऑफ यूक्रेन मेडिकल स्टूडेंट्स के बयान में कहा गया है, चूंकि सारे विद्यार्थी भावी डॉक्टर हैं, इसलिए ऑनलाइन शिक्षा उनके लिए अच्छा विकल्प है। हमारी मांग है कि सभी विद्यार्थियों को भारतीय चिकित्सा महाविद्यालयों में समायोजित किया जाए।
एमबीबीएस के पांचवे वर्ष के एक छात्र ने नाम न बताने के अनुरोध पर कहा, हमें नहीं पता कि यह युद्ध कब खत्म होगा। यदि हम अपनी पढाई नहीं जारी रख पाए तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। इसलिए सरकार को हमें समायोजित करना चाहिए।
अप्रैल में भी ऐसे विद्यार्थियों के अभिभावकों ने उनके बच्चों को समायोजित करने की मांग के लिए सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए यहां जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया था। इसी विषय पर उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका भी दायर की गयी थी।