यूपी में 15 आयुष कॉलेजों की मान्यता खतरे में पड़ गई है। केंद्रीय आयुर्वेदिक चिकित्सा परिषद के केंद्रीय टीम के निरीक्षण में इन कॉलेजों में खामियां पाई गई है ।

हालांकि, इन कॉलेजों की खामियां दूर करने का भी अंतिम मौका इन्हें दिया गया है। उधर निजी क्षेत्र में कुल 80 आयुष कॉलेज में आधे से अधिक में कभी अभी तक निरीक्षण ही नहीं हो पाया।

ऐसे में कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए काउंसलिंग इस महीने शुरू होने में संशय है। निरीक्षण के बाद जहां खामियां पाए जाएंगे वहां सुधार का मौका मिलेगा।

इसके बाद जहां सुधार नहीं हो पाएगा, वहां के मान्यता समाप्त कर दी जाएगी। जबकि प्रदेश में नीति के तहत एमबीबीएस और बीडीएस के बाद आयुष कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग चल रही है।

इसी के तहत बीएएमएस आयुर्वैदिक बीएचएमएस होम्योपैथी और यूनानी कोर्स में दाखिले होते हैं सरकारी क्षेत्र के आयुर्वेदिक कॉलेजों का निरीक्षण किया गया है इनमें मुजफ्फरनगर स्थित कॉलेजों में खामियां पाई गई है।