लंपी रोग (lumpy Virus) को नियंत्रित करने के लिए टीके का बड़े पैमाने पर उत्पादन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन मंत्री परषोत्तम रूपाला, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में एक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए गए।

मंत्री ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन भारत के पशुधन क्षेत्र की भविष्य की जरूरतों के लिए बकरी चेचक के टीके का बड़े पैमाने पर उत्पादन भी सुनिश्चित करेगा।

वर्तमान में, पशुओं में गांठदार त्वचा (लंपी) रोग को नियंत्रित करने के लिए बकरी चेचक के टीके का उपयोग किया जाता है और यह प्रभावी साबित हुआ है।

नेशनल सेंटर फॉर वेटरनरी टाइप कल्चर, आईसीएआर- नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइन (आईसीएआर-एनआरसीई), हिसार (हरियाणा) ने आईसीएआर-इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईवीआरआई), इज्जतनगर (उत्तर प्रदेश) के सहयोग से लंम्पी-प्रो वैक नाम का लाइव-एटेन्यूएटेड एलएसडी वैक्सीन विकसित किया है।