पटना में ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाही को अंजाम देते हुए नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से 8022 नशीले इंजेक्शन बरामद हुए हैं। इन इंजेक्शनों की कीमत 50 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।
ड्रग विभाग की लगातार छापेमारी जारी
नशीली और नकली दवाओं की ब्रिकी पर लगाम लगाने के लिए ड्रग विभाग की लगातार छापेमारी जारी है। इसी कड़ी में टीम ने 8 हजार 22 यूनिट एम्प्युल को बरामद किया है। ये नशे के रुप में इस्तेमाल किए जाते हैं। इन इंजेक्शनों को डॉक्टरों की अनुमति के बिना नहीं दिया जा सकता है। लेकिन गिरफ्तार हुए लोगों का गिरोह इन दवाओं को महंगे दामों में बेच रहा था। विभाग ने अलग-अलग छापेमारी कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
ड्रग विभाग के अधिकारी ने कहा
ड्रग विभाग के अधिकारी सचिदानंद ने इस मामले के बारें में बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि नशीले दवाइयों का रैकेट चलाया जा रहा है। इस रैकेट में दर्जनों लोग शामिल हैं। इस सूचना के आधार पर बहादुरपुर थाने की पुलिस के सहयोग से पीरबहोर थाना क्षेत्र के सब्जीबाग स्थित बजरंग मेडिको समेत अन्य कई मेडिकल दुकानों में छापेमारी कर 8022 बुप्रेन्योरफिन इंजेक्शन एम्प्युल बरामद किया गया, जो मार्केट में बैन है।
बरामद की गई दवाइयों लागत मूल्य तीन लाख रुपए है, लेकिन अवैध व्यापार करने वालों के लिए कोई तय कीमत नहीं है। इनकी कीमत 50 लाख से भी अधिक हो सकती है। बरामद दवाइयों के साथ नशीले दवा के कारोबार में शामिल सात धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है।
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वहीं ड्रग विभाग के अधिकारियों के लिखित शिकायत के आधार पर दुकानदारों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आगे की करवाई की जा रही है। कैसे और कहां से नशीला दवाओं की बिक्री की जा रही है इसकी भी जानकारी ली जा रही है । फिलहाल बरामद दवा को जब्त कर बहादुरपुर थाने में मामला दर्ज कर गिरफ्तार सभी लोगों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।