चरखी दादरी। निजी अस्पताल पर अनियमितताएं बरतने की गाज गिरी है। लोहारू रोड स्थित जयहिंद अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील कर दिया है। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन सीएमओ व डिप्टी सीएमओ को भी सस्पेंड किया गया है।

साथ ही अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। कार्रवाई के विरोध की आशंका के चलते ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा। इस मामले में कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन सीएमओ और डिप्टी सीएमओ को सस्पेंड किया गया है।

यह है मामला

जानकारी अनुसार वर्ष 2020 में एक मरीज ने चरखी दादरी के निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था। दो साल बाद उसने दिल्ली के एम्स अस्पताल में जांच करवाई तो पेट में गॉज (पट्टी) होने की बात पता चली। इसके बाद मरीज ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के समक्ष इसकी शिकायत की।

इस पर संज्ञान लेकर सीएम ने रोहतक पीजीआई के चिकित्सकों का बोर्ड बनाकर जांच करवाई। बाद में पीड़ित मुख्यमंत्री से मिले और पूरे मामल की जानकारी दी। इस पर सीएम नायब सिंह सैनी ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को ठोस कार्रवाई के आदेश दिए।

जांच रिपोर्ट में अस्पताल की चूक आई सामने

बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें मरीज के दूसरे ऑपरेशन के दौरान अस्पताल के चिकित्सक की ओर से चूक होने का अंदेशा जाहिर किया गया। इसके अलावा, आयुष्मान योजना में भी अस्पताल के फर्जीवाड़ा करने के तथ्य सामने आए और इस आधार पर अस्पताल को आयुष्मान पैनल से हाल ही में बाहर किया गया है।

महानिदेशक के आदेश पर जिला स्वास्थ्य विभाग ने दो टीमें गठित की और देर रात जयहिंद अस्पताल में छापा मारा। छापेमारी के दौरान अस्पताल में 18 मरीज भर्ती मिले, जिन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया।