हैदराबाद। झोलाछाप डॉक्टरों के तीन अवैध क्लीनिकों पर छापेमारी की गई है। यह कार्रवई तेलंगाना मेडिकल काउंसिल के अधिकारियों ने करीमनगर में की। निरीक्षकण के दौरान झोलाछाप डॉक्टरों को क्लीनिकों में मरीजों को पर्चे लिखते हुए पाया गया। वे एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉयड दे रहे थे और साथ ही क्लीनिकों में इनपेशेंट बेड भी चला रहे थे। यह राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 के अनुसार अवैध है।
इन क्लीनिकों पर की गई रेड
करीमनगर शहर में वेंकटेश्वर क्लिनिक, लक्ष्मी क्लिनिक और ललिता पाली क्लिनिक पर छापेमारी की गई। इन झोलाछाप डॉक्टरों पर धारा 34 के अनुसार संबंधित पुलिस स्टेशनों में और तेलंगाना मेडिकल काउंसिल रूल्स 2013 के तहत मामले दर्ज किए जाएंगे।
इससे पहले मई में सूर्यपेट और नलगोंडा जिलों में प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर कई छापे मारे गए थे। इसमें बिना उचित चिकित्सा योग्यता के डॉक्टर के रूप में खुद को पेश करने वाले 55 व्यक्तियों की पहचान की गई। ये झोलाछाप डॉक्टर एंटीबायोटिक्स, गर्भपात की गोलियाँ, स्टेरॉयड इंजेक्शन देते और अवैध रूप से गुप्त गर्भपात प्रक्रियाएँ करते पाए गए।
हैदराबाद के चिंतल, शापुर क्षेत्रों में संचालित अयोग्य झोलाछाप डॉक्टरों के केंद्रों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षणों से पता चला कि ये नकली डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे थे। वे उच्च खुराक वाली एंटीबायोटिक्स लिख रहे थे और विभिन्न शल्य चिकित्सा उपकरणों का इस्तेमाल भी कर रहे थे। इन फर्जी डॉक्टरों के अवैध मेडिकल शॉप और डायग्नोस्टिक सेंटर भी खोले हुए मिले थे।