कोयंबटूर (तमिलनाडु)। हेयर ऑयल में खरगोश के खून का इस्तेमाल करने वाली दो फैक्ट्री सील किए जाने का मामला सामने आया है। गोबीचेट्टिपलायम और भवानी में दो फैक्ट्री अनिवार्य लाइसेंस के बगैर खरगोश का खून इस्तेमाल करके हेयर ऑयल बना रही थी। औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारियों की टीम ने दोनों फैक्ट्री सील कर दी हैं।
ड्रग इंस्पेक्टरों की एक टीम ने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखने के बाद गोबीचेट्टिपलयम ब्लॉक में डीजी पुदुर फोर रोड पर एक फैक्ट्री पर रेउ की। उन्होंने पाया कि कॉस्मेटिक उत्पाद के रूप में वर्गीकृत हेयर ऑयल का उत्पादन ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत बिना लाइसेंस के किया जा रहा था। उन्होंने इसके सैंपल लिए और बिक्री के लिए रखे सभी तेल की बोतलें जब्त कर लीं।
इसी तरह, एक अन्य टीम ने भवानी ब्लॉक में एक फैक्ट्री पर दबिश दी तो पता चला कि यह बिना लाइसेंस के चल रही थी। यहां से भी सैंपल लिए और सभी तेल की बोतलें जब्त कर ली गईं।
बताया गया कि दोनों फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थीं। इस कारण मौके से सभी सामग्री जब्त कर ली गई। विज्ञापनों में दावा किया गया था कि हेयर ऑयल के उत्पादन में खरगोश के खून का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही होगी, जिसमें सामग्री का विवरण होगा। जांच रिपोर्ट आने पर ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।