पटना (बिहार)। पीरियड्स रोकने वाली दवाओं की आजकल काफी डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में डॉक्टरों ने इन दवाओं के प्रति अलट किया है। दरअसल, शनिवार से छठ महापर्व शुरू हो गया है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं में व्रत और स्नान के प्रति गहरी आस्था देखी जाती है। इसी बीच, शहर के कई मेडिकल स्टोरों में इन दिनों मासिक धर्म (पीरियड) रोकने की दवाओं की बिक्री में बढ़ोतरी हो गई है। खासकर महिलाएं व्रत में बाधा न आए, इस कारण डॉक्टर की सलाह के बिना ही इन दवाओं का सेवन कर रही हैं।

कई दवा दुकानदारों का कहना है कि कुछ दिनों में पीरियड रोकने वाली गोलियों की मांग दोगुनी हो गई है। महिलाएं बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा मांग रही हैं। इन दवाओं का प्रयोग सीमित और चिकित्सकीय परामर्श में ही सुरक्षित माना जाता है।
एम्स पटना के वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संगम झा ने बताया कि मासिक धर्म रोकने की दवाओं का बार-बार सेवन करने से हार्मोनल असंतुलन बिगड़ जाता है। इससे अनियमित माहवारी, वजन बढऩा, त्वचा संबंधी समस्याएं, यहां तक कि गर्भधारण में कठिनाई जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

यदि किसी कारण से मासिक चक्र को आगे-पीछे करना हो, तो पहले डॉक्टर से सलाह लें। उसी से सही दवा और मात्रा का निर्धारण किया जाना चाहिए। हर महिला का शरीर अलग प्रतिक्रिया देता है। कुछ को हल्का सिरदर्द, चक्कर या मिचली जैसी समस्या हो सकती है। कुछ को गंभीर साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि स्वास्थ्य अधिक आवश्यक है।