कानपुर (उप्र)। नशीली दवाएं बेचने के आरोप में मेडिकल स्टोर संचालक पर एफआईआर दर्ज हुई है। ड्रग विभाग ने महाराजपुर स्थित मां दुर्गा मेडिकल स्टोर के संचालक रोहन पचौरी पर एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं रायपुरवा स्थित बालाजी मेडिकल स्टोर के खिलाफ भी शिकयत दी है। यह कार्रवाई एडीएम सिटी राजेश कुमार के निर्देश पर हुई।
यह है मामला
ड्रग विभाग को सूचना मिली थी कि मेडिकल संचालक ने कोडीनयुक्त औषधि की खरीदारी की और उसे अवैध रूप से बेच दिया। ड्रग इंस्पेक्टर औरैया ज्योत्सना आनंद और कानपुर से ओमपाल सिंह ने स्टोर का निरीक्षण किया। मौके पर दुकान बंद मिली। मकान मालिक अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने पर दुकान बंद हो गई है। मेडिकल स्टोर बंद करने की सूचना भी आरोपी रोहन ने ड्रग विभाग को नहीं दी। रोहन पचौरी ने अपने फर्म मेसर्स मां दुर्गा मेडिकोज के जरिये लखनऊ के आर्पिक फार्मास्यूटिकल्स से 2,20,586 कोडीन सिरप की बोतल खरीदीं।
वहीं, विभाग ने रायपुरवा स्थित बालाजी मेडिकल स्टोर संचालक सुमित केसरवानी के खिलाफ शिकायत दी है। बताया कि 12 अक्तूबर को जांच करने पहुंचे तो मेडिकल स्टोर बंद मिला। कई बार फोन करने के बावजूद संचालक सुमित नहीं आया तो टीम ने मेडिकल स्टोर को सील कर दिया। 14 अक्तूबर को टीम ने मेडिकल स्टोर से संचालक के सामने ही नशीली दवाओं के शक में सैंपल लिए।
यहां पर टीम ने कोल्ड्रिफ फास्फेट सिरप की दो हजार शीशियां और एल्प्राजोलम की नौ हजार टेबलेट को सीज किया था। इन दोनों दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी होता है। इसलिए टीम ने मेडिकल स्टोर संचालक सुमित केसरवानी से इन दवाओं का लेखा जोखा मांगा। सुमित दस्तावेज नहीं दे सका। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।










