जौनपुर। उमानाथ सिंह जिला महिला अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान बाहर की दवा लिखने और बाहरी व्यक्ति के दवा वितरण करने आदि खामियां पाई गई। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने फार्मासिस्ट व चिकित्सक के विरुद्घ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी जिला अस्पताल में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। उन्होंने ओपीडी में जाकर मरीजों को दवाओं की जानकारी के लिए ओपीडी के बाहर लगा डिस्प्ले बोर्ड जांचा। इसके बंद मिलने पर शीघ्र चालू करने को कहा। दवा वितरण कक्ष में फार्मासिस्ट की जगह बाहरी व्यक्ति मरीजों को दवा बांटते हुए मिला। इस पर जिलाधिकारी नाराज हुए और सीएमएस को फार्मासिस्ट के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
वार्डों में निरीक्षण के दौरान मरीजों और तीमारदारों ने बताया कि बेड चादर कई दिनों पर बदली जाती है। फल व नाश्ता कभी-कभी वितरित किया जाता है। चिकित्सक बाहर से दवा खरीदने के लिए पर्ची पकड़ा देते हैं। जिलाधिकारी ने पर्ची को अपने पास रख लिया। स्टोर में उपलब्धता के बाद भी बाहर से दवा लिखने की शिकायत पर जिलाधिकारी दवा स्टोर पहुंचे। मरीज को बाहर से लिखी गई चार दवाओं में से तीन दवा स्टोर में मौजूद थी। डीएम ने नाराजगी जताते हुए सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा और संबंधित चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा।
दवाओं की खरीद, उपलब्धता और वितरण रजिस्टर को देखा। कई महत्वपूर्ण दवाओं के उपलब्ध न होने का कारण पूछा तो स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि जुलाई माह में डिमांड भेजी गई है लेकिन अभी तक आपूर्ति नहीं की गई। जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आगाह किया कि अस्पताल परिसर में साफ-सफाई के साथ ही स्टाक में उपलब्ध दवाएं मरीजों को दी जाएं। डीएम ने लेबर रूम की जांच की और जिला महिला अस्पताल के पास बने 100 बेड के अस्पताल का भी निरीक्षण किया। लगभग डेढ़ घंटे तक चले निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा।