बक्सर। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने सदर अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार को गंभीरता से लेते हुए व्यवस्था में सुधार का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि हर हाल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ कर दिया जाएगा। मंत्री ने जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा तीन गुना रेट पर खरीदी गई दवा के मामले की जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में सेवाएं बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव एवं जिला पदाधिकारी को सूचित कर दिया गया है। जल्द ही अस्पताल की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।
जिला स्वास्थ्य समिति के 30 लाख रुपये के दवा खरीद मामले की जांच हुई तो कई अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है। जांच की बात से ही संलिप्त लोगों में हडक़ंप मच गया है।
गौरतलब है कि जिला स्वास्थ्य समिति ने अन्य जिलों से तीन गुने दाम पर करीब 30 लाख रुपये की दवा की खरीद कर ली। दवा खरीद में समिति ने टेंडर भी नहीं निकाला, जबकि अन्य जिलों में दवा खरीद एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपकरण खरीद करने को लेकर  समाचार पत्रों में विज्ञापन निकाला गया था। बक्सर जिला स्वास्थ्य समिति ने सारी प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए दवा की खरीद मनमाने ढंग से की। जदयू के राज्य सलाहकार समिति के सदस्य भरत मिश्रा ने सदर अस्पताल में खरीद की गयी लाखों रुपये मूल्य की दवाओं में धांधली एवं अन्य कई मामले की जांच कराने की मांग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है।
मिश्रा ने अपने पत्र में कांट्रेक्टर रेट से कई गुना ज्यादा कीमत पर दवाओं की खरीद करने, बिना निविदा के ही अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने, नावानगर में नवनिर्मित स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में फर्नीचर एवं कई उपकरण की खरीदारी बिना टेंडर के खरीद करने आदि मामले की जांच कराने की मांग की है। साथ ही इसकी प्रति बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव एवं निगरानी विभाग के अपर महानिदेशक को भी प्रेषित की है।