पटना। सरकार जल्द ही प्रदेश में 13 कैंसर जांच केंद्र खोलेगी। इसके अलावा तीन विशेष केंद्र भी बनाए जाएंगे। जांच केंद्रों में यदि किसी भी मरीज को कैंसर की पुष्टि होने पर उसे विशेष केंद्र में भेजा जाएगा। इन केंद्रों के संचालन में मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल की मदद ली जाएगी। ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने पीएमसीएच में कोबाल्ट मशीन एवं लेक्चर थिएटर के उद्घाटन के अवसर पर दी। उन्होंने कहा कि पटना के इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइएमएस) एवं मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में क्षेत्रीय कैंसर संस्थान बनाए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि जल्द ही पीएमसीएच में ब्रेकिंग थेरेपी से भी इलाज शुरू किया जाएगा। इसके लिए मशीनों की खरीद के लिए बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम को 3.5 करोड़ की राशि दी गई है।

उन्होंने बताया कि सूबे में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए इस वर्ष 2600 डॉक्टरों की नियुक्त की तैयारी चल रही है। जल्द ही बीपीएससी 1100 डॉक्टरों का रिजल्ट जारी करेगा। इसके बाद उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके अलावा प्रत्येक प्रखंड में एक फिजीशियन की नियुक्ति की जाएगी। सरकार 548 दांत के डॉक्टरों की नियुक्ती भी करने वाली है। इसके अलावा, राज्य में 418 विशेषज्ञ भी तैनात किए जाएंगे, जिसमें शिशु एवं महिला रोग विशेषज्ञ होंगी। मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में जल्द ही वल्र्ड क्लास का हॉस्पिटल बनाया जाएगा। इस वर्ष के अंत तक हॉस्पिटल का शिलान्यास हो सकता है। इस अवसर पर पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि यहां जल्द ही नई बीमारियों का इलाज शुरू होगा। कैंसर विभाग के अध्यक्ष डॉ. पीएन पंडित ने कहा कि पीएमसीएच में प्रतिदिन 120 कैंसर मरीजों की सेंकाई मुफ्त की जाएगी। वर्तमान में यहां पर सुबह 9 से 12 बजे तक एवं 2 से 4 बजे तक सेंकाई का समय निर्धारित किया गया है। डॉ. पंडित ने कहा कि कोबाल्ट मशीन शुरू होने से पीजी के लिए आठ सीट मिल जाएंगी।